Started in 2012, Jamshedpur Research Review( (ISSN-2320-2750) is a peer reviewed, multi-disciplinary Research Journal. JRR is registered with Registrar, Newspapers in India, Ministry of Information and Broadcasting, Govt of India.
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List of Papers shortlisted for 22nd issue of Jamshedpur Research Review
Visit us at : www. jamshedpurresearchreview.com मरते मीडियाकर्मी : डूबता न्यूज मीडिया Dr. Mithilesh Choubey Novelist and Editor JRR ISSN-2320-2750 एक तरफ कोरोना की महामारी ने हजारों पत्रकारों के सामने बेरोजगारी और भुखमरी की स्थिति पैदा कर दी है तो दूसरी प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में पत्रकार इस महामारी के शिकार हो रहे हैं. एक अनुमान के अनुसार पिछले साल करीब 25% पत्रकारों की नौकरी गई थी. इस साल कोरोना की दूसरी लहर में भी अधिकतर अख़बारों की मानव संसाधन शक्ति पिछले वर्ष की तुलना में आधी हो गई है. अधिकतर मिडिया घराने अब स्ट्रिंगरस, स्वतंत्र पत्रकारों या कहें तो फ्री लानसेर्स के भरोसे समाचार संकलन करा रहे है. स्वतंत्र रूप से काम करने वाले तथा रिपोर्ट के आधार पर भुगतान पाने वाले इन पत्रकारों की हालत सबसे ख़राब है. खबर संकलन के क्रम में वे और उनके परिवार वाले कोरोना से लगातार संक्रमित हो कर अपनी जान गवां रहे हैं. स्वतंत्र होने की वजह से उन्हें अखबार या सरकार से कोई मुआवजा नहीं मिलता. फर्स्ट पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष 58 पत्रकार अपनी जान गवां चुके हैं. पिछले वर्ष कोरोना
Visit us at : www. jamshedpurresearchreview.com कोरोना महामारी का भारतीय प्रिंट न्यूज़ मीडिया पर प्रभाव डॉ० मिथिलेश कुमार चौबे editorjrr@gmail.com भारत में करोड़ो लोगों के लिए अखबार पढ़ना रोजमर्रा की जिन्दगी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. दरअसल कई लोगों के लिए ताजे अकबार के पन्ने में रची-बसी प्रिंटिग की तेजाबी गंध दिन की शुरुआत कराती है. भारत में अखबार के शौकीनों की संख्या करीब 20करोड़ होगी. इसमें, दुकानों, सलूनों तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर मांग कर अखबार पढने वालों की संख्या शामिल नहीं है. लेकिन कुछ सालो से अख़बारों की दुनिया में पतझड़ का मौसम का आया हुआ है. टीवी के बाद इन्टरनेट ने अख़बारों को गंभीर चुनौती दी है. लेकिन इन माध्यमों के बीच भी अखबार अपनी विस्वसनीयता की ताल ठोकते रहे हैं . अखबार आज भी खबरों की विश्वसनीयता और क्रॉस रिफरेन्स के लिए सबसे अधिक विश्वसनीय माध्यम है. लेंकिन कोरना वायरस के संकट के दौरान अख़बारों के माध्यम से वायरस फैलने की अफवाह ने अखबार के व्यवसाय पर गहरी चोट दी है. इससे पहले इस महामारी के दौरान अभूतपूर्व आर्थिक गतिरोध की वजह से ल
S. No Title/Author Issue Page Nos. TWO YEARS OF BJP GOVERNMENT IN JHARKHAND Dr. Mithilesh Kumar Choubey, Director, Gyanjyoti Educational & Research Foundation, Jamshespur, Jharkhand Year 5 Issue 19 January 2017 08-15 ETHNO MEDICINAL PLANTS USED TO CURE DIFFERENT DISEASES BY TRIBAL PEOPLE OF ARKI BLOCK OF KHUNTI DISTRICT OF JHARKHAND Dara Sinngh Gupta, Dept of Botany, Kolhan University, Jharkhand Pushpa Salo Linda, Dept of Botany, Jamshedpur, Worker’s College, Jamshedpur, Jharkhand Year 5 Issue 19 January 2017 16-26 RURAL URBAN MIGRATION IN ANDHRA PRADESH: A STUDY OF SOCIO-ECONOMIC IMPACT ON MIGRATION FARMERS Dr. M. Maschendar Goud, Commerce Department, OU College of Commerce & Business Management, Osmania University, Hyderabad Prof. V. Usha Kiran, Department of Commerce, OU College of Co
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