Kolhanam(Novel) Readers and experts opinion कोल्हानम -पाठकों की राय
Visit us at : www. jamshedpurresearchreview.com kolhanam(Novel) Readers and experts opinion (छोटानागपुर पठार की जनजातियों के सनातन संपर्कों की ईसा-पूर्व 100 की महागाथा) .कोल्हानम का एक अंश कोल्हानम उपन्यास यहाँ ख़रीदे- कोल्हानम का विवरण पाठकों एवं समीक्षकों की राय- एक सांस में आप पढ़ सकते हैं। रोचक भी है और रहस्यपूर्ण भी- "रहस्य और इतिहास में लिपटी हुई यह कथा आदिवासी बनाम सनातन के अंतरसंबंधों की पड़ताल करती है। क्या मुंडेश्वरी का मुंडाओं से कोई संबंध है? विंध्याचल देवी किसकी आराध्या हैं? वैदिक असुर से झारखंड के असुर के बीच कोई तादात्म्य है? इस तरह के तमाम सवाल हैं? वैदिक युग से लेकर आज तक इसका विस्तार है। विंध्याचल मुंडेश्वरी धाम से लेकर मगध तक। जैन, बौद्ध छोटानागपुर के पठार पर क्यों बसे। जैनियों का नागवंश से कुछ तो संबंध है? क्या इसके पीछे कोई इतिहास, मिथ या लोकश्रुति है? अशोक को लेकर उस मिथ पर भी नई रोशनी कि कलिंग युद्ध के बाद वह बौद्ध बना जबकि यह उपन्यास बताता है कि वह बहुत पहले ही बौद्ध बन गया था। और भी बहुत कुछ है। एक सांस में आप पढ़ सकते हैं। रोचक भी है